Banko me Dhokhadhadi Savdhaniya aur Bachav ke Upay बैंकों में धोखाधड़ी सावधानियाँ और बचाव के उपाय

ISBN Number : 978-93-5693-626-3

Library Price : Rs.1675

Library Dollar Price : 67$

Book Edition : Second

Year of Publication : 2023

No. Of Pages : 280

Book Weight :678

About The Book

धोखाधड़ी पर इस पुस्तक की रुपरेखा वर्षों पूर्व अनुभवजन्य विचारों को मूर्त रूप देने की दॄष्टि से बनाना प्रारंभ किया गया था और काफी लंबे अरसे तक सामग्री चयन / परिमार्जन में संलग्न रहा | इस पुस्तक का प्रथम संस्करण १९९७ में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रारंभ की गयी "बैंकिंग विषयों पर मौलिक रन से हिंदी में पुस्तक योजना" के अंतर्गत प्रकाशित हुआ था | इस संस्करण / प्रयास का व्यापक स्वागत हुआ | कालांतर में बैंको में धोखाधड़ी के आयाम और भी विस्तृत और परिष्कृत रूप में सामने आने लगे है और अनेक नए ऊपजाऊ क्षेत्र धोखाधड़ी के खोज लिए गए है | बदलते परिवेश में धोखाधड़ी के क्षेत्र में आ रहे परिवर्तनों को समाहित करते हुए इस पुस्तक को अदयतन करने की माँग समय का तकाजा था | पुस्तक का दूसरा संस्करण इस माँग की पूर्ति की दिशा में किया गया एक विनम्र प्रयास हैं |

इस संवेदनशील विषय पर पुस्तक को अदयतन रूप में प्रस्तुत किए जाने के क्रम में अनेक प्रकाशित कृतियों, पत्र -पत्रिकाओं, शोध पत्रिकाओं, रिजर्व बैंक प्रकाशनों, समाचार पत्रों इत्यादि से सामग्री चयन में सहायता ली गई है |

यह पुस्तक बैंकिंग से जुड़े अथवा बैकिंग में सामान्य रूचि रखने वाले समस्त पाठक वर्ग को तो उपयोगी होगी ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले प्रतिभागियों, छात्रों और अर्थ प्रबंधन से जुड़े लोगों / संथाओं के लिए भी भरपूर उपयोगी सामग्री प्रदान करेगी, ऐसा विश्वास है |

 

अनुक्रमाणिका -

अध्याय - 1
धोखाधड़ी क्या है ? (What is Fraud ?)
अध्याय - 2
बैंकों में धोखाधड़ी (Fraud in Banks)
अध्याय - 3
संभाव्य क्षेत्र कार्य प्रणाली, कमियाँ और सतर्कताएँ (Potential Areas, procedures, loopholes and precautions)
(क) अग्रिम (Advances)
1. द्रुष्टिबंधक (Hypothecation)
2. बंधक (Pledge)
3. बिल / हुंडी व्यवसाय (देशी) (Inland Bills)
4. वही ऋण (Book Debt)
5. शेयरों पर अग्रिम (Advances against Shares)
6. अधिविकर्ष / असुरक्षित अग्रिम (Overdraft / Unsecured)
7. विविध अग्रिम (Miscellaneous Advances)
(ख) जमाएँ (Deposits)
(ग) नगदी व्यवहार / प्रबंधन (Cash Transaction / Management)
(घ) समाशोधन (Clearing)
(ङ) अंतरण (Remittances)
(च) गैर-निधिक व्यवसाय (Non-Fund Based Business)
(छ) विदेशी मुद्रा कारोबार (Foreign Exchange Business)
(ज) निवेश (Investment)
अध्याय - 4
बचाव के उपाय (Preventive Measures)
अध्याय - 5
घोष समिति की सिफारिशें (Ghosh Committee Recommendation)
अध्याय - 6
प्रणाली और क्रियाविधि (Systems and Procedures)
अध्याय - 7 धोखाधड़ी कैसे पकड़ें / ढूंढ़े (How to detect Fraud)
अध्याय - 8
प्रतिभूति अनियमितता (Irregularities in Securities Transactions)
अध्याय - 9
मुद्रा प्रबंधन (Currency Management)
अध्याय - 10
कंप्यूटरीकरण और धोखधड़ी (Computerisation and Frauds)
अध्याय - 11
बैंको में लूट / डाका (Robberies and Decoities)
अध्याय - 12
धोखधड़ी समाचारो में (Frauds in News)
अध्याय - 13
क़ानूनी प्रावधान (Legal Provision)
संदर्भ सूची

About The Author

Shri Shyam Lal Gaur, बी. कॉम., एल एल बी., सी ए आई आई बी.
भारतीय रिजर्व बैंक के विभिन्न विभागों में (जिनमें 9 वर्ष बैंक के कृषि बैंकिंग महाविद्यायल पुणे में संकाय सदस्य के रुप में) कार्य किया | २००२ में महाप्रबंधक पद से सेवानिवृत्त |
लेखन, परामर्श, अनुवाद इत्यादि कार्यों में संलग्न |
अनुभव : बैंकिंग व्यवस्था, बैंको में वसूली प्रबंध, ग्रामीण विकास, गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम, ग्रामीण परिवेश, ग्रामीण ऋण प्रणाली, ग्राहक सेवा, बैंकिंग लोकपाल, इत्यादि विविध पक्षों का व्यापक / गहन अनुभव / अध्ययन एवं अध्यापन |
बैंकिंग विषयों पर विभिन्न भारतीय एवं विदेशी पत्रिकाओं में अनेक लेख प्रकाशित | एक अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन दाल के सदस्य के रूप में बैंकिंग क्षेत्र में नवोन्मेष एवं स्वयं सहायता समूह कड़ी बंधन; Financial Innovations in Banking and Linking of Self Groups) के अध्ययन के क्रम में तीन देशों (थाईलैंड,इंडोनेशिया, फिलीपीन्स) की यात्रा की |
हिंदी में श्रेष्ठ मौलिक लेखन के लिए भारत के महामहिम राष्ट्रपति व्दारा पुरस्कृत |

Authored six books in Hindi on subjects like Recovery Management in Banks, Development Banking and Rural development. Frauds in Banks — Precautions and Preventive measures. Financing of Agricultural Projects — Practices and Procedures and Banking Ombudsman. One of the books "Vikasman Bankingand Gramin Vikas" was selected as one of the best books written in Hindi for the prestigious National Award presented by Hon. President of India. (Details of books published may be seen inside this book). Edited a CAB publication ‘Financing of Women Entrepreneurs’, was on editorial committee for the quarterly journal "CABCalling."

Has been contributing articles/papers in Indian and International Journals of repute on banking and management of rural development.

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